पीक |
लक्षणे |
अन्नद्रव्यांची कमतरता |
ज्वारी |
पानावर लालसर तपकिरी चट्टे |
झिंक |
भात |
खैऱ्या |
झिंक |
सोयाबीन, गहू |
मुळकुज |
झिंक |
कापूस |
बुडबोंड न येणे |
झिंक |
सोयाबीन, भात, उडीद |
उशिरा पक्वता |
झिंक |
भात |
पानावरील शिरांमधील भाग पिवळा पडणे |
झिंक |
मका |
नवीन पाने फिक्कट पांढरी |
झिंक |
ऊस |
पानावरील चिकट द्रव्य |
कॉपर |
कांदा |
बी न भरणे |
कॉपर |
संत्रा |
फळगळ |
कॉपर |
मोहरी, कपूस |
भुरी |
कॉपर |
ज्वारी |
शेंडा सडणे व बुडातून फुटवे येणे |
कॉपर |
संत्रा |
पानांच्या शिरांवर व खोडावर कोमेजलेल्या पेशी |
बोरॉन |
सुर्यफुल |
बी न भरणे |
बोरॉन |
टोमेटो |
फळांना भेगा पडणे |
कॅल्शियम व बोरॉन |
कोबी |
गड्ड्यावर एक छोटे पान |
मोलीब्डेनम |
सोयाबीन |
कोवळी पाने पिवळी/पांढरट पडणे |
मोलीब्डेनम |
संत्रा |
पिवळसर पाने |
मँगनीज |
सोयाबीन |
मुळांवरील गाठींची संख्या कमी होणे |
मँगनीज |
तृणधान्य |
पानावर भुरकट पांढरे ठिपके |
मँगनीज |
कापूस |
कांड्यांची लांबी एकदम कमी |
मँगनीज |
कडधान्य |
पक्वतेपुर्वीच पानगळ |
मँगनीज |
बीटी कापूस |
लाल्या |
मॅग्नेशीम |
सोयाबीन |
बी बारीक होणे |
पालाश |
बीटी कापूस |
शेंड्यावरील पाने पांढरट पडणे |
फेरस |
सोयाबीन |
अपूर्ण वाढ झालेली मुळे, एकमेकात गुंफलेली मुळे |
फेरस |
गहू |
ओंबीत दाणे न भरणे |
फेरस |
कडधान्य |
कोवळी पाने सुकणे |
क्लोरीन |
-- |
झाडाची खालची पाने पिवळी होतात, झाडांची वाढ थांबते, फळे कमी लागतात |
नत्र |
-- |
पाने हिरवट, लांबट होऊन वाढ खुंटते, पानाची मागील बाजू जांभळट होते |
स्फुरद |
-- |
पानांच्या कडा तांबटसर होऊन पानावर तांबडे, पिवळे ठिपके पडतात. खोड आखूड होऊन शेंडे गळून पडतात |
पालाश |
माहितीदाता: पृथ्वीराज गायकवाड
अंतिम सुधारित : 6/28/2020
निसर्गात ऋतुचक्रामुळे घडून येणारे बदल मनाला आल्हाद...
दूरदर्शन सह्याद्री निर्मित बदलती शिक्षण पद्धती हि ...
‘नैसर्गिक निवड’
हवामान बदलांसंबंधी जागरूकता वाढवण्यासाठी २३ मार्च ...